₹200 की पानी की बोतल नहीं, भारत को असली वेलनेस चाहिए – बॉलीवुड का सच

Dt. Anup Agharwal Clinical Dietitian and Nutrition Expert from Jaipur Rajasthan

डिस्क्लेमर:
यह ब्लॉग केवल शैक्षणिक और सूचना प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें व्यक्त की गई राय लेखक की निजी सोच पर आधारित है और किसी विशेष व्यक्ति, ब्रांड या संस्था को बदनाम करने का उद्देश्य नहीं है। सभी जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से ली गई है और उचित संदर्भ नीचे दिए गए हैं। कृपया किसी भी स्वास्थ्य संबंधित निर्णय से पहले योग्य चिकित्सा सलाह अवश्य लें।

आज की ‘वेलनेस’ दुनिया – असल ज़रूरत या दिखावा?

आज जब हर ओर दिखावे वाली वेलनेस की चर्चा हो रही है, भारत को असली वेलनेस चाहिए — वह जो सरल, सुलभ और सच्ची हो। वेलनेस यानी मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से स्वस्थ रहना — ये हर इंसान की मूलभूत ज़रूरत है। पहले वेलनेस का मतलब होता था संतुलित भोजन, समय पर नींद, व्यायाम और मानसिक शांति। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसका स्वरूप काफी बदल गया है।

अब वेलनेस केवल एक सेहत से जुड़ा विषय नहीं रह गया है, बल्कि यह एक महंगे और फैशनेबल लाइफस्टाइल का हिस्सा बन गया है।

वेलनेस का नया चेहरा: ब्रांडेड बोतल में बंद स्वास्थ्य

आजकल वेलनेस का मतलब बन गया है:

  • महंगे detox waters
  • imported supplements
  • luxurious wellness retreats
  • influencer-approved protein snacks
  • ₹1,75,000 के स्लीप पैकेज

यानि जो बात पहले घर की रसोई, योग और घरेलू नुस्खों में मिलती थी, अब वही बात ब्रांडिंग और प्रीमियम प्राइस टैग के साथ पेश की जा रही है।

इसमें सेलेब्रिटीज़ का क्या रोल है?

बॉलीवुड और सोशल मीडिया सेलेब्स ने वेलनेस को एक ‘स्टेटस सिंबल’ बना दिया है। जब कोई लोकप्रिय चेहरा ₹200 की पानी की बोतल या प्रीमियम nutrition product प्रमोट करता है, तो आम आदमी भी उसे अपनाने के लिए प्रेरित होता है — भले ही वो उसकी ज़रूरत न हो।

मीरा कपूर और ₹1.75 लाख का ‘Sleep Reset’ पैकेज

मीरा कपूर, शाहिद कपूर की पत्नी, ने मुंबई में एक लक्ज़री वेलनेस सेंटर Dhun लॉन्च किया। यहाँ एक स्लीप रीसैट पैकेज ₹1.75 लाख में ऑफर किया गया। सोशल मीडिया पर यह तुरंत ट्रोल हुआ: “जो नींद बची थी, वो भी उड़ गई!”

रणवीर सिंह और प्रोटीन स्नैक्स

रणवीर सिंह ने SuperYou ब्रांड के तहत प्रीमियम प्रोटीन स्नैक्स लॉन्च किए हैं, जिनकी कीमत ₹100 प्रति 100 ग्राम है। यह प्रोडक्ट एक वर्ग के लिए health-conscious snack है, लेकिन आम आदमी की पहुंच से बाहर।

भूमि पेडनेकर और ₹200 की पानी की बोतल

भूमि पेडनेकर ने हाल ही में एक वेलनेस ब्रांड लॉन्च किया जिसमें ₹200 की हाइड्रेशन वाटर शामिल है। सोशल मीडिया पर इसने बहस छेड़ दी — क्या वाकई भारत को इस तरह के महंगे वेलनेस प्रोडक्ट्स की जरूरत है?

असली सवाल: क्या ये ज़रूरत है या दिखावा?

यहां दो पहलू हैं:

  1. ज़रूरत: हाँ, स्वास्थ्य ज़रूरी है। शरीर को पोषण, आराम और देखभाल चाहिए।
  2. दिखावा: लेकिन जब हेल्थ का मतलब बन जाए केवल ब्रांडेड चीज़ों का उपभोग — तो वह असली वेलनेस नहीं, बल्कि एक दिखावा है।

नतीजा क्या हो रहा है?

  • लोग भ्रमित हो रहे हैं कि असली हेल्दी लाइफस्टाइल क्या है।
  • आम व्यक्ति सोचता है कि अगर वो ₹500 वाला प्रोटीन पाउडर नहीं ले रहा, तो वह हेल्दी नहीं है।
  • ऐसे उत्पाद मानसिक दबाव भी बना रहे हैं — खासकर युवा वर्ग में।

भारत को असली वेलनेस चाहिए

भारत को असली वेलनेस चाहिए

“भारत को असली वेलनेस चाहिए” — यह केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक ज़बरदस्त चेतावनी है। आज वेलनेस को एक महंगे और ग्लैमरस लाइफस्टाइल की तरह पेश किया जा रहा है, जिससे देश की लगभग 80% आबादी उससे दूर होती जा रही है। लेकिन असली वेलनेस का मतलब सिर्फ महंगी पानी की बोतल या ₹1.75 लाख के वेलनेस पैकेज से कहीं ज़्यादा है।

इसका सबसे खूबसूरत उदाहरण हमें बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान की फिल्म स्वदेश में मिलता है। उस फिल्म के एक दृश्य में, शाहरुख एक छोटे से गांव में बच्चों को हैंडपंप से सीधे पानी पिला रहे होते हैं। वह सीन इतना साधारण, पर दिल को छू लेने वाला होता है कि हमें याद दिलाता है कि असली वेलनेस का मतलब क्या होता है। उस पानी में न कोई ब्रांड नाम था, न कोई महंगा पैकेज — बस शुद्ध, साफ पानी था, जो किसी भी ज़िंदगी के लिए सबसे जरूरी है।

यह सीन हमारे दिल को झकझोर देता है क्योंकि यह हमें याद दिलाता है कि देश के लाखों लोग अभी भी ऐसी बुनियादी जरूरतों के लिए तरस रहे हैं। असली वेलनेस का अर्थ है हर किसी के लिए यह सुनिश्चित करना कि उन्हें ज़िंदगी के वे मूलभूत संसाधन उपलब्ध हों — चाहे वह साफ पानी हो, पोषण हो, या मानसिक शांति।

जब हम वेलनेस को सिर्फ दिखावे और महंगी चीज़ों तक सीमित कर देते हैं, तो हम अपने देश की सबसे बड़ी आबादी को इस असली खुशहाली से वंचित कर देते हैं। इसलिए, हमें असली वेलनेस की ओर लौटना होगा — वह जो हर घर में, हर व्यक्ति के लिए सुलभ और सरल हो।

असली वेलनेस क्या है?

वेलनेस के 3 मूल स्तंभ

1. सुलभता (Accessibility):

जो हर वर्ग, हर क्षेत्र के लोगों को उपलब्ध हो।

2. सहजता (Affordability):

जिसकी कीमत ₹20–₹50 के बीच हो — न कि ₹200 या ₹1.75 लाख।

3. परंपरा (Tradition):

दादी-नानी के नुस्खे, हल्दी-दूध, खिचड़ी, सत्तू, छाछ — असली वेलनेस यहीं है।

वेलनेस का उद्देश्य सबके लिए स्वास्थ्य उपलब्ध कराना होना चाहिए, न कि उसे केवल अमीरों की पहुंच तक सीमित कर देना।
“भारत को असली वेलनेस चाहिए” — मतलब एक ऐसा स्वास्थ्य मॉडल, जो सरल हो, सुलभ हो, और सच्चा हो।

External Sources:

  1. Bhumi Pednekar Wellness Brand:
    https://www.livemint.com/industry/health/bhumi-pednekar-launches-wellness-brand-11720213509665.html
  2. Mira Kapoor Sleep Package:
    https://timesofindia.indiatimes.com/entertainment/hindi/bollywood/news/mira-kapoors-luxury-wellness-centre-offers-rs-1-75-lakh-sleep-reset-package-stirs-online-debate-jo-bachi-kuchi-neend-aati-thi-woh-bhi-udd-jayegi/articleshow/121525784.cms
  3. Ranveer Singh SuperYou Snacks:
    https://www.reuters.com/world/india/protein-deficient-india-mcdonalds-bollywood-cricket-fuel-wellness-craze-2025-08-26/
Anup Agharwal smiling portrait in light shirt with glasses

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